आप इस बूढ़े लेखक को युवा कह सकते हैं/ यह अपने दिमाग से आज भी तरोताजा है /हालांकि इसने कहा है कि हो सकता है पुस्तक 'द गुड, द बैड एंड द रेडीक्यूलस' उसकी आख़िरी पुस्तक हो सकती है / मगर लगता नहीं कि ये लेखक लिखने में रुके/ जी हाँ, हम बात कर रहे हैं खुशवंत सिंह की / जिनकी किताब 'द गुड, द बैड एंड द रेडीक्यूलस' का विमोचन महात्मा गांधी के पौत्र राजमोहन गांधी ने किया/ इस अवसर पर खुशवंत सिंह के बेटे राहुल सिंह, जानेमाने पत्रकार मार्क टली समेत कई लोग मौजूद थे/ हिमाचल प्रदेश के कसौली में जारी लिटरेचर फेस्टिवल के अंतिम दिन रविवार को इस पुस्तक का विमोचन किया गया / पुस्तक में क्या है जल्द उसकी समीक्षा की जायेगी /
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Sunday 20 October 2013
९८ साल का रोमांटिक युवा
आप इस बूढ़े लेखक को युवा कह सकते हैं/ यह अपने दिमाग से आज भी तरोताजा है /हालांकि इसने कहा है कि हो सकता है पुस्तक 'द गुड, द बैड एंड द रेडीक्यूलस' उसकी आख़िरी पुस्तक हो सकती है / मगर लगता नहीं कि ये लेखक लिखने में रुके/ जी हाँ, हम बात कर रहे हैं खुशवंत सिंह की / जिनकी किताब 'द गुड, द बैड एंड द रेडीक्यूलस' का विमोचन महात्मा गांधी के पौत्र राजमोहन गांधी ने किया/ इस अवसर पर खुशवंत सिंह के बेटे राहुल सिंह, जानेमाने पत्रकार मार्क टली समेत कई लोग मौजूद थे/ हिमाचल प्रदेश के कसौली में जारी लिटरेचर फेस्टिवल के अंतिम दिन रविवार को इस पुस्तक का विमोचन किया गया / पुस्तक में क्या है जल्द उसकी समीक्षा की जायेगी /
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